रक्तदान-महादान

रक्तदान-महादान 




सागर: विश्व रक्त दान दिवस के अवसर पर समाज में रक्त दान के प्रति जागरूकता फ़ैलाने हेतु एक बुन्देली शोर्ट फ़िल्म का निर्माण नो फिकर फाउंडेशन द्वारा किया गया, जिसका विमोचन मुख्या चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सागर डॉ. इंद्रराज सिंह ठाकुर द्वारा ज़िला चिकित्सालय में किया गया |

9 मिनिट 10 सेकंड की इस शोर्ट फ़िल्म में रक्त दान के साथ साथ ग्रामीण अंचलों में फैली जातिगत ऊंच नीच की भावनाओं पर भी प्रहार किया गया है तथा आपसी समरसता का सन्देश भी दिया गया है | शोर्ट फ़िल्म की पटकथा एवं संवाद अभिनव मुखुटी ने लिखे है, इसका संपादन विक्रमजीत वैद्य तथा छायांकन कैलाश पटैल ने किया है, नाटिका में अदाकारी विक्रमजीत वैद्य, जितेन्द्र सिंह राजपूत, रोहित साहू एवं अभिनव मुखुटी ने की है | डॉ. इंद्रराज सिंह ठाकुर ने रक्तदान-महादान के विशेषता बताते हुए कहा की हर स्वस्थ्य व्यक्ति हर तीन माह में रक्त दान कर सकता है और जो रक्त दान किया जाता है वह पुनः 21 दिन में में निर्मित हो जाता है | डॉ. राजेंद्र चऊदा ने बताया की रक्त दान से किसी भी प्रकार की शारीरिक कमज़ोरी नहीं आती है और 18 वर्ष से 65 वर्ष तक की आयु का कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति रक्त दान कर सकता है |

इस शोर्ट फ़िल्म के अंत में डॉ. इंद्रराज सिंह ठाकुर (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सागर), डॉ. राजेंद्र चऊदा,  डॉ. अभिषेक जैन (मेडिकल ऑफिसर, डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर), डॉ. पी. एस. ठाकुर,  डॉ. एस. एस. खन्ना, डॉ. अभिषेक जैन, डॉ. सुरेश चन्द्र रावत, राजीव करमहे (म.प्र. उच्च न्यायालय, जबलपुर) ने अपने विचार व्यक्त करते हुए रक्त दान के फायदे बताये तथा लोगों के मन में रक्त दान से जुडी भ्रांतियों को दूर किया | कार्यकम के अंत में बुन्देली नाटिका का प्रदर्शन भी किया गया जिस अवसर पर समस्त नो फिकर टीम उपस्थित थी |

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