जन्मदिवस पर एक सलाम भारतीय क्रिकेट की दीवार के नाम

जन्मदिवस पर एक सलाम भारतीय क्रिकेट की दीवार के नाम





जिंदगी के 44  बंसत पार कर चुके टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का 11 जनवरी को जन्मदिवस है। 16 साल इंडियन क्रिकेट को समर्पित करने वाले राहुल द्रविड़ ने 2011 में वनडे और 2012 में टेस्ट को अलविदा कहा था।

राहुल ने डेब्यू टेस्ट मैच में ही दिग्गज इंग्लैंड के खिलाफ 95 रन ठोक कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी, 
राहुल द्रविड़ की सबसे खास बात यह रही कि वह मैदान के अंदर और बाहर समान व्यवहार के रहे। 
द्रविड़ के पिता किसान जेम फैक्ट्री में बड़े पद पर आसीन थे। जिस वजह से उनके साथी उन्हें जैमी कह कर पुकारते थे।

1996 मैं एमबीए की पढ़ाई के दौरान उनका टीम इंडिया में सलेक्‍शन हुआ। बिजनेस को दरकिनार कर द्रविड़ ने क्रिकेट चुना।

12 साल की उम्र से ही घरेलु क्रिकेट खेलने वाले राहुल द्रविड़ ने 1996 में टीम इंडिया से जुड़ने के बाद अभी तक क्रिकेट के भिन्न भिन्न पदों में भूमिका निभाई है । जिसमें बल्लेबाज और कप्तान के साथ साथ विकेटकीपर,गेंदबाज, मेंटर, कोच और कमेंटर शामिल है ।

बल्लेबाजी में तो राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड किसी से छिपे नहीं हैं । 
164 टेस्ट मैचों में 52.31 की औसत से 13288 रन बनाये हैं जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक के साथ 5 दोहरे शतक शामिल हैं। 

वंही 344 वनडे मैचों मैं  39.17 की औसत से 10889 रन बनाये है, जिसमें 12 शतक और 83 फिफ्टी लगाए हैं।
अपने एक मात्र अंतरास्ट्रीय टी20 मैच मैं 31 रन की पारी खेली जिसमें 3 छक्के जड़े है । 

इतना ही नहीं, गेंदबाजी में भी वह पीछे नहीं रहे। जब उन्हें जिम्मेदारी दी गई, उसे पूरा किया।
राहुल द्रविड़ ने टेस्‍ट की 5 पारियों में कुल 120 गेंदों में 39 रन देकर 1 विकेट झटका है।
 जबकि 8 वनडे मैचों में गेंदबाजी करते हुए 170 रन देकर 4 विकेट भी झटके हैं। 
वह इस वक्त भारत ए एवं अंडर-19 भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद का भर संभाल रहे हैं ।

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