दमदार कहानी और अभिनय के साथ आया पैडमैन

दमदार कहानी और अभिनय के साथ आया पैडमैन



आर बाल्की ने चीनी कम, पा, शमिताभ, की एंड का जैसी फिल्में डायरेक्ट की हैं. पैडमैन के साथ वो फिर से एक अहम मुद्दे को लेकर हाजिर हैं. आर बाल्की की ये फिल्म अरुणाचलम मुरुगनंथम की जिंदगी पर आधारित है जिन्हें पूरे विश्व में पैडमैन के नाम से जाना जाता है. फिल्म की रिलीज पहले गणतंत्र दिवस पर होनी थी लेकिन पद्मावत के साथ होने वाले क्लैश को टालने के लिए अक्षय ने इसे 9 फरवरी को रिलीज किया हैं.

फिल्म की कहानी मध्य प्रदेश के महेश्वर बेस्ड है जहां का रहने वाला लक्ष्मीकांत चौहान (अक्षय कुमार) सबकी सहायता करने के लिए जाना जाता है लेकिन लोग उसके प्रयोग करने की वजह से हमेशा पागल कह कर बुलाते हैं. फिर उसकी शादी गायत्री (राधिका आप्टे) से होती है, लेकिन शादी के बाद लक्ष्मीकांत को महिलाओं की माहवारी का पता चलता है. इस दौरान होने वाली तकलीफ से महिलाएं कैसे गुजरती हैं इसी बात से परेशान होकर लक्ष्मीकांत अपनी बहन, पत्नी और मां के लिए पेड बनाने की कोशिश करता है. लेकिन उसके इस प्रयास को घरवालों के साथ ही पूरा गांव भी गलत और गन्दा समझता है. लक्ष्मीकांत की पत्नी गायत्री भी उसे छोड़ के चली जाती है, फिर अपने जज्बे को पूरा करने के लिए लक्ष्मीकांत गांव से शहर जाता है जहां उसकी मुलाकात परी (सोनम कपूर) से होती है. परी लक्ष्मीकांत को अपना सपना पूरा करने के लिए प्रेरित करती है. लक्ष्मीकांत अपने मंसूबे में कामयाब होता है, सस्ते पैड्स बनाता है और पूरे गांव के साथ ही विदेश में भी मिसाल बन जाता है.

फिल्म में आर बल्कि का कमाल का डायरेक्शन और उनके सिनेमेटोग्राफर पीसी श्रीराम की बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी देखने को मिलती है. कई ऐसे फ्रेम और कैमरा वर्क हैं जो काफी रीयल दिखाई देते हैं. वहीँ अभिनय के हिसाब सोनम कपूर का एक शिक्षिका का रोल, राधिका आप्टे का बतौर लीड रोल और सभी सह कलाकारों का काम काफी अच्छा है. अक्षय कुमार को पैडमैन के किरदार में देखकर लगता ही नहीं की वो अक्षय कुमार हैं. बहुत ही उम्दा अभिनय करते हुए दिखाई देते हैं. फिल्म का संगीत अच्छा है. लोकेशंस आपको लोकल फ्लेवर भी देते हैं. फिल्म में अमिताभ बच्चन भी सरप्राइज करते हैं , आखिर के 10 मिनट आप को बांधकर रखते हैं खासतौर से यूएन में लक्ष्मीकांत यानी अक्षय कुमार के द्वारा दी गई स्पीच.

फिल्म का इंटरवल के पहले का हिस्सा थोड़ा धीमा है और छिटपुट कमियां हैं लेकिन फिल्म देखने लायक है.

फिल्म का बजट लगभग 20 करोड़ बताया जा रहा है और जिस तरह से फिल्म की मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन किया गया है. उस लिहाज से ओपनिंग वीकेंड पर ये फिल्म अच्छी कमाई कर सकती है और सोशल मैसेज की वजह से यह फिल्म कई प्रदेशों में टैक्स फ्री भी की जा सकती है. इन सभी समीकरणों के आधार पर यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया प्रदर्शन कर सकती है.

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