53 वर्ष का हुआ मिस्टर परफेक्शनिस्ट

53 वर्ष का हुआ मिस्टर परफेक्शनिस्ट 




आमिर खान जिनका असली नाम मोहम्मद आमिर हुसैन खान है,
हिन्दी फिल्म अभिनेता होने के साथ साथ निर्देशक, स्क्रीनराइटर, निर्माता और टीवी प्रस्तोता भी हैं।

आमिर खान का जन्म मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम ताहिर हुसैन ओर उनकी मां का नाम जीनत हुसैन है।
उनके पिता ताहिर हुसैन फिल्‍म निर्माता थे। उनके चाचा नासिर हुसैन मशहूर निर्माता-‍निर्देशक थे।
आमिर खान के भाई का नाम फैजल खान है।

आमिर खान की पहली शादी रीना दत्ता से हुई थी जिनसे उनके दो बच्चे हैं। लड़के का नाम जुनैद और लड़की का नाम इरा है।
रीना दत्ता से तलाक होने के बाद उनकी शादी किरन राव से हुई। 5 दिसंबर 2011 को उनके घर आजाद राव खान का जन्म हुआ।

 8 साल की उम्र में पहली बार फिल्‍म 'यादों की बारात' के एक गाने में छोटे से किरदार में दिखे थे। उसके बाद उन्‍होंने अपने पिता के प्रोडक्‍शन की फिल्‍म 'मदहोश' में महेन्‍द्र संधु के बचपन के किरदार को निभाया था। 1984 में प्रदर्शित होली में भी आमिर को देखा जा सकता हैं।

मुख्य अभिनेता के तौर पर उन्होंने फिल्म 'कयामत से कयामत तक' से शुरूआत की जो कि उस समय की बड़ी हिट फिल्मों में से एक है। इसके बाद आमिर ने  बॉक्स ऑफिस पर सफलता के नए पैमाने कायम किये।

प्रेम प्रसंगयुक्त सिनेमा कयामत से कयामत तक में राज के किरदार से उन्होंने लेखों दिलों पर दस्तक दी,जिसके बाद दिल में बेबाक राजा का किरदार हो या   दिल है कि मानता नहीं में पत्रकार रघु जेटली का या फिर जो जीता वही सिकंदर के चुलबुले संजू का किरदार हो आमिर ने दर्शकों को अपना दीवाना बना दिया

अंदाज अपना अपना के अमर पात्र ने हास्य फिल्मो में भी आमिर के अभिनय लोहा मनवाया,  रंगीला के टपोरी मुन्ना के किरदार ने आमिर के अभिनय का कद बढ़ाया तो राजा हिंदुस्तानी के टेक्सी ड्राईवर राजा की अभिनय के लिए अवार्ड की झड़ी लग गई

गुलाम का सिद्धू का किरदार हो या सरफरोश के acp अजय राठौर का आमिर ने किरदार में जान फूँक दी,
लगान के ग्रामीण भुवन से दिल चाहता है के आकाश मल्होत्रा में बदलना आमिर को बखूबी आता हैं ,
रंग दे बसंती के दलजीत ने संवादों जहां युवा के दिल पर राज किया वही फना के रेहान की शायरियों ने युवतियों को फना होने पर मजबूर कर दिया. ,

तारे जमीं पर के राम शंकर निकुम्ब ने जहां अभिवावकों को सोचने के लिए मजबूर किया, तो  गजिनी के संजय सिंघानिया ने सिद्ध कर दिया की आमिर के लिए कोई भी किरदार मुश्किल नही हैं,

युवाओ के लिए 3 इडियट्स जैसी सार्थक फिल्म केवल आमिर ही परोस सकते हैं,
जिसमें  शिक्षा व्यवस्था जैसे गंभीर मुद्दे को बड़े ही मजाकिया अंदाज़ में दर्शकों के समक्ष रखा,

धूम 3 के दोहरे किरदार से भारतीय बॉक्स ऑफिस के साथ साथ चाइना में सफलता के झंडे गड़े तो सत्यमेव जयते से देश की समस्याओ को उजागर कर उनके निराकरण के उपाय भी सामने रखे।
धर्म जैसे ज्वलंत मसले को पीके कब समझा कर चला गया पता ही न चला , दंगल के महावीर फोगट के किरदार को जीवन्त करना और अपनी ही बेटी से हार जाने जैसे अभिनय सिर्फ आमिर ही कर सकते हैं । सीक्रेट सुपर स्टार के शक्ति कुमार के छोटे से किरदार करने के बाद आमिर ने साबित कर दिया की उनके लिए कहानी क्या अहमियत रखती हैं।  आगामी दिवाली पर आमिर ठुग्स ऑफ़ हिंदुस्तान में पहली बार अमिताभ बच्चन के साथ अभिनय करेंगे जिसका पोस्टर अपने जन्म दिवस पर दर्शको को तोफे के रूप में उन्होंने भेंट किया हैं. 

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